Search
Latest topics
बाबासाहेब डॉ अम्बेडकर की दलितों के उत्थान के प्रति सच्ची निष्ठा का एक ऐतिहासिक प्रसंग
Page 1 of 1
बाबासाहेब डॉ अम्बेडकर की दलितों के उत्थान के प्रति सच्ची निष्ठा का एक ऐतिहासिक प्रसंग
एक बार इंग्लैंड की एक पत्रिका के प्रतिनिधि वहां से भारत यहां के प्रमुख नेताओं के इंटरव्यू लेने को आए। उन्हें मिस्टर गांधी से मिलने का समय रात्रि 9 बजे मिला, मिस्टर जिन्ना से मिलने का समय 9:30 (साढ़े नौ बजे) का मिला और डॉ अम्बेडकर ने कहा कि वह किसी भी समय आ सकते हैं। जब वह मिस्टर गांधी से मिलने गए तो उनसे कहा गया कि वह सो गए हैं सो अगले दिन आए। जब वह मिस्टर जिन्ना के घर पहुंचे तो उनके यहां भी यही कहा गया कि वह सो गए हैं सो गए हैं सो अगले दिन आए। इस बीच डॉ अम्बेडकर के पास पहुंचने में उन्हें देर हो गए और वह रात के 12:00 (बारह बजे) डॉ अम्बेडकर के घर पहुंचे तो यह देख कर आश्चर्यचकित रह गए कि बाबासाहेब अपनी पूर्ण वेशभूषा में अध्यन्न करते हुए उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे। इंग्लैंड के लोगों ने यह दखते हुए आश्चर्य से उनसे कहा, "आश्चर्य है, देश के दो महान नेता मिस्टर गांधी और मिस्टर जिन्ना, हमको सोए हुए मिले लेकिन आप अभी तक अपनी नियमित ड्रेस में हमारी प्रतीक्षा में जाग रहे हैं !" बाबासाहेब ने उत्तर दिया " मिस्टर गांधी और मिस्टर जिन्ना आराम से सोते हैं, क्योंकि उनका समाज जागृत है - उनका समाज जागरूक है। मैं जाग रहा हूँ, क्योंकि मेरा समाज सोया हुआ है - अनभिज्ञ है, वह उनके समाज की भांति जागरूक नहीं है। " इंग्लॅड से आए पत्रकार यह सुन कर अवाक् रह गए।
(यह प्रसंग पुस्तक 'युगपुरुष बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर' में दिया है।)
डॉ भीमराव अम्बेडकर की लिखी पुस्तकें, भाषण, लेख व उनके जीवन और कार्यों पर 49 पुस्तकें ऑनलाईन आर्डर करें Ya Call Kare: 8527533051. Rs. 7000. पुस्तकें इस लिंक पर क्लिक करके ऑनलाईन आर्डर करें http://www.cfmedia.in/drambedkarki49pustake7000
(यह प्रसंग पुस्तक 'युगपुरुष बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर' में दिया है।)
डॉ भीमराव अम्बेडकर की लिखी पुस्तकें, भाषण, लेख व उनके जीवन और कार्यों पर 49 पुस्तकें ऑनलाईन आर्डर करें Ya Call Kare: 8527533051. Rs. 7000. पुस्तकें इस लिंक पर क्लिक करके ऑनलाईन आर्डर करें http://www.cfmedia.in/drambedkarki49pustake7000
Similar topics
» बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की ईमानदारी का ऐतिहासिक प्रसंग
» कैसे बाबासाहेब डॉ अम्बेडकर ने तैयार की दलितों में से पहले गजेटेड अफसरों की फ़ौज
» घर-घर डॉ भीमराव अम्बेडकर, हर घर डॉ भीमराव अम्बेडकर
» डॉ अम्बेडकर के शब्दों से वंचित समाज
» डॉ अम्बेडकर के पुस्तक प्रेम की प्रशंसा
» कैसे बाबासाहेब डॉ अम्बेडकर ने तैयार की दलितों में से पहले गजेटेड अफसरों की फ़ौज
» घर-घर डॉ भीमराव अम्बेडकर, हर घर डॉ भीमराव अम्बेडकर
» डॉ अम्बेडकर के शब्दों से वंचित समाज
» डॉ अम्बेडकर के पुस्तक प्रेम की प्रशंसा
Page 1 of 1
Permissions in this forum:
You cannot reply to topics in this forum
Mon May 20, 2019 3:36 pm by nikhil_sablania
» Books of Dr. B. R. Ambedkar with Gulamgiri by Jyotiba Phule in English
Mon May 20, 2019 3:34 pm by nikhil_sablania
» Books of Dr. B. R. Ambedkar with Gulamgiri by Jyotiba Phule in English
Mon May 20, 2019 3:32 pm by nikhil_sablania
» डॉ भीमराव अम्बेडकर के साहित्य के साथ गर्मियों की छुट्टियाँ बिताएं
Sun May 19, 2019 1:36 pm by nikhil_sablania
» पुस्तक 'चलो धम्म की ओर' का विमोचन श्रीलंका के भारत के हाईकमीशनर ऑस्टिन फर्नांडो और वियतनाम के राजदूत सान चाओ द्वारा किया गया
Sun May 19, 2019 1:18 pm by nikhil_sablania
» भारत की मीडिया का जातिवाद Bharat ki Media ka Jativaad
Mon Feb 09, 2015 3:46 pm by nikhil_sablania
» आसानी से प्राप्त करें व्यवसाय और निवेश की शिक्षा
Mon Nov 03, 2014 10:38 pm by nikhil_sablania
» ग्रामीण छात्र को भाया डॉ भीमराव अम्बेडकर का सन्देश: कहा व्यवसायी बनूंगा
Sat Nov 01, 2014 1:17 pm by nikhil_sablania
» जाती की सच्चाई - निखिल सबलानिया
Mon Oct 27, 2014 1:57 pm by nikhil_sablania